जगतगुरु रामभद्राचार्य महाराज के सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा में संसार में ज्ञान ऐसे ही नहीं मिलता है, ज्ञान उससे मिलता है जो कुछ काम करता है।।
संसार में ज्ञान ऐसे ही नहीं मिलता है। ज्ञान उससे मिलता है जो कुछ काम करता है, मैंने लिखी है 275 पुस्तके - जगतगुरु रामभद्राचार्य।।
पेण्ड्रा। सनातन संस्कृति और भक्ति परंपरा के संत पद्मविभूषण से अलंकृत, परम श्रद्धेय भगवान श्रीराम के परमभक्त, श्री चित्रकूट तुलसी पीठाधीश्वर, जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी श्रीश्री 1008 रामभद्राचार्य जी महाराज के पावन सान्निध्य में पेंड्रा नगर के हाई स्कूल मैदान में 25 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक श्रीमद्भागवत कथा का भव्य आयोजन हो रहा है। जहां दूसरे दिन जगतगुरु रामभद्राचार्य जी ने श्रीमद् भागवत कथा में माता पुत्र की विरह गाथाओं का वर्णन किया गया।।।
वहीं जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि इस संसार में ज्ञान ऐसे ही नहीं मिलता है। ज्ञान उससे मिलता है जो कुछ काम करता है। मेरे द्वारा अभी तक 275 पुस्तके इस अवस्था में लिखी है। वहीं उन्होंने कहा कि मैं लिखने एवं पढ़ने में विश्वास करता हूं।। वहीं आयोजन स्थल पर प्रकाश व्यवस्था, पेयजल, बैठक व्यवस्था, सुरक्षा और यातायात जैसे सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं।।
भक्ति, ज्ञान और आध्यात्मिकता से ओतप्रोत यह आयोजन पूरे क्षेत्र में श्रद्धा और उमंग का माहौल लेकर आ रहा है। वहीं दूसरे दिन श्रीमद् भागवत कथा में केंद्रीय राज्य मंत्री एवं बिलासपुर लोकसभा सांसद तोखन साहू जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी का आशीर्वाद लेने पहुंचे हुए थे। वही इस अवसर पर प्रमुख रूप से सहित बड़ी संख्या आम जन उपस्थित रहे।।




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